मण्डलायुक्त ने की विकास कार्यों की प्रगति समीक्षा

मण्डलायुक्त ने की विकास कार्यों की प्रगति समीक्षा
मण्डलायुक्त ने की विकास कार्यों की प्रगति समीक्षा
  • खराब ट्रान्सफार्मरों को समय से बदला जाय तथा नियमानुसार दैनिक विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जायः मण्डलायुक्त

            आजमगढ़ -- मण्डलायुक्त मनीष चौहान ने निर्देश दिया है कि जिन विकास कार्यों में जनपदों की रैंकिंग अपेक्षा के अनुरूप नहीं है, उसमें व्यक्तिगत ध्यान देकर अपेक्षित प्रगति लाना सुनिश्चित किया जाय। मण्डालयुक्त श्री चौहान ने मंगलवार को अपने कार्यालय सभागर में मण्डल के जनपदों में हुए विकास कार्यों की मुख्यमन्त्री डैशबोर्ड के आधार पर बिन्दुवार समीक्षा करते हुए विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि खराब ट्रान्सफार्मरों को निर्धारित समय सीमा के अन्दर अनिवार्य रूप से बदल दिया जाय। इसके साथ उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में दैनिक विद्युत आपूर्ति नियमानुसार सुनिश्चित की जाय। उन्होंने जिलाधिकारियों से कहा कि ट्रान्सफार्मरों के बदलने और विद्युत आपूर्ति की नियमित रूप से समीक्षा करें। उन्होंने कहा कि दैनिक विद्युत सप्लाई की फीडिंग समय से कराई जाय। उन्होंने आपरेशन कायाकल्प की समीक्षा में पाया कि इस योजना के तहत तीनों जनपदों में कुछ कार्य अवशेष रह गये है। इस सम्बन्ध में उन्होंने एडी बेसिक को निर्देश दिया कि जिन विद्यालयों में कोई विवाद नहीं है उसमें तत्काल कार्य पूर्ण करायें तथा जहॉं किसी कारणवश कार्य कराना संभव नहीं हो पा रहा है तो इस सम्बन्ध में स्पष्ट रिपोर्ट भेजें। मुख्यमन्त्री आवास योजना-ग्रामीण में जनपद मऊ की ग्रेडिंग कम होने के सम्बन्ध में मुख्य विकास अधिकारी, मऊ द्वारा आवगत कराया गया कि जनपद मऊ हेतु गत माह नया लक्ष्य निर्धारित किया गया, अगले माह तक अपेक्षित प्रगति प्राप्त कर ली जाएगी। मण्डलायुक्त श्री चौहान ने स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की समीक्षा के दौरान निर्देश दिया एम्बूलेंस 102 व 108 के संचालन की फीडिंग समय से करायें ताकि वास्तविक स्थिति स्पष्ट हो सके। उन्होंने सीटी स्कैन मशीन की मरम्म्त, रख रखाव हेतु नामित एजेन्सी द्वारा कार्य समय से नहीं किए जाने को संज्ञान में लेते हुए अपर निदेशक, स्वास्थ्य को निर्देश दिया कि इसकी रिपोर्ट शासन को प्रेषित की जाय।

            मण्डलायुक्त मनीष चौहान ने जल जीवन मिशन की समीक्षा करते हुए अधीक्षण अभियन्ता, जल निगम को निर्देश दिया कि तीनों जनपदों में पाइपलाइन का कार्य शीघ्र पूर्ण करायें। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि पाइप लाइन का कार्य पूरा होते ही लोक निर्माण विभाग एवं जल निगम के एई या जेई के माध्यम से सर्वे करा कर खोदी गयी सड़कों की मरम्मत सम्बन्धित ठेकेदार के माध्यम से कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि श्रमिकों को बढ़ाकर सड़कों की मरम्मत का कार्य तेजी कराया जाय। निराश्रित गोवंश संरक्षण की समीक्षा के दौरान अवगत कराया गया कि जनपद मऊ एवं बलिया में अगस्त तक का तथा आजमगढ़ में जुलाई तक का भुगतान हो गया है। मण्डलायुक्त श्री चौहान ने पशुपालन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि सत्यापन का कार्य समय से पूरा कराते हुए सत्यापन रिपोर्ट अग्रसारित करें, ताकि भुगतान समय से हो सके। उन्होंने 15वॉं वित्त आयोग एवं 5वॉं राज्य वित्त आयोग की सामीक्षा करते हुए तीनों जनपद के मुख्य विकास अधिकारियों को निर्देश दिया कि उपलब्ध धनराशि का शीघ्र उपयोग ग्राम पंचायतों की आवश्यकता के अनुरूप शीघ्र किया जाय। बैठक में विकास से सम्बन्धित अन्य बिन्दुओं पर भी विस्तार से समीक्षा की गयी।

            बैठक में जिलाधिकारी बलिया प्रवीण कुमार लक्षकार, जिलाधिकारी मऊ प्रवीण मिश्र, सीडीओ आजमगढ़ परीक्षित खटाना, सीडीओ बलिया ओजस्वी राज, सीडीओ मऊ प्रशान्त नागर, अपर आयुक्त-प्रशासन शमशाद हुसैन, संयुक्त विकास आयुक्त धर्मेन्द्र प्रताप सिंह, मुख्य अभियन्ता, लोनिवि योगेन्द्र सिंह, मण्डलीय अर्थ एवं संख्या अधिकारी डा. नीरज श्रीवास्तव, उप निदेशक, मत्स्य डा. आर0के0 गौड़, उप निदेशक, समाज कल्याण, मुख्य अभियन्ता विद्युत सहित अन्य विभागों के मण्डलीय अधिकारी उपस्थित थे।